यूँ तो मेरी सबसे प्रिय कविता है तू, पर शब्दो में कभी तुझे बुना नही मैने… शख़्शीयत...
Shayari
मोमबत्ती की तरह बड़ी अकड़ मे खड़ी है तू प्रेम की तिल्ली जो लगाई मैने तो मोम...